THE DEFINITIVE GUIDE TO SIDH KUNJIKA

The Definitive Guide to sidh kunjika

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देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।।

इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

नमस्ते रुद्ररूपिण्यै sidh kunjika नमस्ते मधुमर्दिनि।

Swamiji states, “A persuasive drive is something that helps make us rise up also to the fullest potential assert ourselves to the furtherance in the purpose. The crucial element is to concentrate on the mantras.”

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

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